बनाले खिलोना आज किसी की बहन बेटी को,
कल को तेरे घर भी बेटी होना है।
मिटाले अपनी जिस्म की भूख को
उसकी इज़्ज़त के साथ खेलकर,
कल को तेरे इज़्ज़त पर भी बात होना है।
और तुझे उस वक़्त सिर्फ़,
सिर्फ़ ओ सिर्फ़ रोना है।
ख़ैर छोड़! औरत तेरे जैसे जाहिलों के लिए हवस ही है,
और अक्लमंदों के लिए जन्नत है।
एक इज़्ज़तदार आदमी की,
औरत की इज़्ज़त करना निशानी है।
हवस ओ हैवानियत से उपर उठकर देखना,
औरत से अच्छी हमदर्द कोई मिले तो कहना।
औरत की इज़्ज़त करे
इसलिए नहीं करे कि वो औरत है ,
ये साबित करने के लिए कि तेरी तरबियत
जिसने की है वो एक अच्छी मां,
अच्छी औरत है।