अपने घर के साथ साथ हर घर में रोशनी लाएं,
अब की बार हो सके हर बुझा चिराग़ रोशन करें।
आये है दीवाली के दिन,
इस दीवाली कई घरों के बुझा चिराग़ रोशन करें।
जिनके घर अब की बार लाइटिंग कंदील लग नहीं सकते,
उनके घर बुझा चिराग़ रोशन करें।
बड़े बड़े दुकानों की बजाय,
छोटे छोटे ठेलों से दीवाली की खरीदी करें।
आपके खरीदी की वजह से वो दीवाली मना सके,
छोटे ठेले वालों के धंधे-ओ-घरों में बुझा चिराग़ रोशन करें।
सड़को पर दीवाली के मौक़े पर,
मेहनत सबर करने वालों को पैसों की मदद करें।
उनका सबर न बढ़ाए उनकी दीवाली यादगार करें,
उनकी उम्मीदों का बुझा चिराग़ रोशन करें।
बच्चे जो ख़ुद जलकर पटाखे बेच रहें है,
उनकी दीवाली का बुझा चिराग़ रोशन करें।
हैं ऐसे कई घर अब की बार,
जहां मिठाईयों ने अपना वजूद अपना ज़ायक़ा खो दिया।
अब की दीवाली में उनके ज़िन्दगी में मिठास आने दें,
उनकी ज़िन्दगी का बुझा चिराग़ रोशन करें।
दीवाली में घरों में चिराग़ तो रोशन कर लेते हो,
क्या उस घर में रोशनी पा लेते हो।
दिख जाएगी रोशनी घर में,
दिल-ओ-ज़हन के अंधेरे को भगाएं।
दिल नियत अपनी सब के लिए साफ़ रखिए,
दिल का बुझा चिराग़ रोशन करें।
ऐसा न हो इस दीवाली,
हमारे कुम्हार धूप में जलते रहे।
और हम बेवकूफ़ की तरह,
मेड इन चाइना के चिराग़ जलाते रहे।
तो सुन लो सब,
घर को बिजली बल्ब से न सजाएं।
मकान अपना हसीन पाए,
अपने देश की मिट्टी के चिराग़ ही जलाएं।
हो आप सबको,
एक ऐसी दीवाली मुबारक।
जिस दीवाली अपने साथ साथ,
ज़रूरतमंद घरों के आप बुझा चिराग़ रोशन करें।
Ps: यहां चिराग़ हर क़िस्म के रोशनी की अलामत है।